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उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (एन.सी.जेड.सी.सी.)
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र राष्ट्र के उन सात क्षेत्रीय सांस्कृतिक कन्द्रों में से एक है जिनकी स्थापना की पहली उद्घोषणा सन् 1985 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा एन.जेड.सी.सी (पटियाला, पंजाब) की स्थापना के साथ की गई। इसके तुरन्त बाद शान्तिनिकेतन पश्चिम बंगाल में ई.जेड.सी.सी. की स्थापना की गयी और तत्पश्चात् सन् 1986 में एन.सी.जेड.सी.सी. की स्थापना की गयी। एन.सी.जेड.सी.सी. की स्थापना ‘सोसाइटी रजिस्ट्रेशन ऐक्ट 1860’ के अन्तर्गत की गयी और इसका प्रधान कार्यालय इलाहाबाद में रखा गया।
क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों की स्थापना का मुख्य उद्देश्य था राष्ट्र में क्षेत्रीय सीमाओं से आगे जाते हुए देश की सांस्कृतिक सम्बन्धों की विरासत, पहचान तथा साझा संस्कृति को और मजबूत बनाना साथ ही कलाओं तथा साहित्य के सृजनात्मक विकास के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाना
(लोक तथा जनजातीय संस्कृति पर विशेष ध्यान देते हुए)। क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्रों का कार्य है एक तरफ उनके क्षेत्र में आने वाले राज्यों की पृथक सांस्कृतिक पहचान पर बल देना और दूसरी तरफ अलग-अलग राज्यों के बीच में सांस्कृतिक भाई-चारे को भी उजागर करना। साथ ही, सभी क्षेत्रीय सांस्कृतिक केन्द्र को लुप्तप्राय कलाओं के पुनर्जागरण तथा आम नागरिकों की भागीदारी पर विशेष बल देना है तथा इस बिन्दु पर भी विशेष ध्यान देना है कि आम जनमानस को खुले स्थानों पर भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिल सके तथा भारतीय संस्कृति किसी विशिष्ट अथवा सम्भ्रान्त वर्ग तक सिमट के न रह जाये।
स्वायत्तशासी संस्था के प्रबंधन निकाय


प्रधान कार्यालय
घटक राज्यों >> मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल और दिल्ली
घटक राज्यों >> चंडीगढ़ के हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब व केंद्र शासित प्रदेश
घटक राज्यों >> बिहार, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, सिक्किम और अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह संघ राज्य क्षेत्र